..............................SOME HEART TOUCHING..............................
दिल पे क्या गुजरी वो अनजान क्या जाने,
प्यार किसे कहते हैं वो नादान क्या जाने,
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का,
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने!!
सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है,
जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है,
कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया,
एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है।
अज़ीज़ भी वो है और नसीब भी वो है,
दुनिया की भीड़ में करीब भी वो है,
उनकी दुआओ से चलती है ज़िन्दगी क्यों की,
खुदा भी वो है और तक़दीर भी वो है!!
PART ----32343
दिल पे क्या गुजरी वो अनजान क्या जाने,
प्यार किसे कहते हैं वो नादान क्या जाने,
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का,
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने!!
सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है,
जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है,
कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया,
एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है।
अज़ीज़ भी वो है और नसीब भी वो है,
दुनिया की भीड़ में करीब भी वो है,
उनकी दुआओ से चलती है ज़िन्दगी क्यों की,
खुदा भी वो है और तक़दीर भी वो है!!
PART ----32343
दर्द से हाथ ना मिलाते तो ओर क्या करते,
गम के आँसू ना बहाते तो ओर क्या करते.
उसने माँगी थी हमसे रोशनी की दुआ,
हम खुद को ना जलाते तो ओर क्या करते!!
गम के आँसू ना बहाते तो ओर क्या करते.
उसने माँगी थी हमसे रोशनी की दुआ,
हम खुद को ना जलाते तो ओर क्या करते!!
PART 3
हर एक लिखी हुई बात को
हर एक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता
हर एक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता
“क्योंकि” लिखने वाला
“भावनाएं” लिखता है
और
लोग केवल “शब्द” पढ़ते हैं।
“भावनाएं” लिखता है
और
लोग केवल “शब्द” पढ़ते हैं।
PAR4
ये गंदगी तो महल वालो ने फैलाई है “साहिब”
वरना गरीब तो सङको से थैलीयाँ तक उठा लेते है !
वरना गरीब तो सङको से थैलीयाँ तक उठा लेते है !
PAR5
तारीख गवाह हैं
जिन्हें अखबारों में बने रहने का शोक रहा हैं
वक़्त बीतने के साथ वो रद्दी के भाव बिक गए
जिन्हें अखबारों में बने रहने का शोक रहा हैं
वक़्त बीतने के साथ वो रद्दी के भाव बिक गए
हस्ती मिट जाती है आशियाना बनाने मे,
बहुत मुश्किल होती है अपनों को समझाने में,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे!!
बहुत मुश्किल होती है अपनों को समझाने में,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे!!
PART 6
मैने बहुत से ईन्सान देखे हैं, जिनके बदन पर लिबास नही होता,
और बहुत से लिबास देखे हैं, जिनके अंदर ईन्सान नही होता।
कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता,
ये तो बस अपनी अपनी समझ की बात है…,
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!
और बहुत से लिबास देखे हैं, जिनके अंदर ईन्सान नही होता।
कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता,
ये तो बस अपनी अपनी समझ की बात है…,
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!
लम्हा लम्हा सांसें खत्म हो रही हैं,
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है,
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है!!
ज़िंदगी मौत के पहलू में सो रही है,
उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,
वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है!!
सदियो से एक सपना है,
कहो पूरा करोगे तुम?
कहो पूरा करोगे तुम?
भूल जाओ मेरे सिवा सब कुछ,
कहो ऐसा करोगे तुम?
कहो ऐसा करोगे तुम?
नही कुछ ओर तमन्ना अब,
बस मेरे हो जाओ तुम,
बस मेरे हो जाओ तुम,
कभी ना छोड़ के जाओगे,
कहो ऐसा करोगे तुम?
कहो ऐसा करोगे तुम?
Super heart tochin
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